आज के समय में ज्यादातर लोग इंटरनेट पर बवासीर क्या होता है (bawasir kya hota hai) सर्च करते हैं। जिसका सबसे बड़ा कारण है खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण बवासीर की समस्या होना।
बवासीर क्या होता है (Bawasir kya hota hai):
अगर आप भी इंटरनेट पर बवासीर क्या होता है (bawasir kya hota hai) सर्च करते हैं तो सबसे पहले आप अपने लाइफस्टाइल और खानपान पर ध्यान दें। दरअसल खराब लाइफस्टाइल और खानपान ही बवासीर के होने का वजह बनता है। बवासीर (Piles) एक गंभीर समस्या है जिससे आज के समय में ज्यादातर लोग पीड़ित हैं।
भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकतर लोग जंक फूड, ज्यादा मिर्च-मसाले वाले भोजन पर निर्भर रहते हैं। जिसके कारण पेट से जुड़ी समस्या होने लगती है। बवासीर होने का भी यही कारण है। कई बार बवासीर की समस्या इतनी बढ़ जाती है कि दवाओं का भी असर नहीं होता और सर्जरी करवानी पड़ती है।
बवासीर एक गंभीर समस्या है, जो खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण होती है।
बवासीर को हेमरॉइड्स भी कहा जाता है। ये गुदा नहर वाले हिस्से में सूजी हुई नसें होती हैं।
अगर आप भी जानना चाहते हैं कि बवासीर क्या होता है (bawasir kya hota hai) तो बता दें कि बवासीर में एनस के अंदर और बाहरी हिस्से की शिराओं में सूजन हो जाती है। जिसके कारण गुदा के अंदरूनी हिस्से में या बाहर के हिस्से में मस्सा बनता है और इसमें से खून निकलता है। साथ ही दर्द भी होता है।
बवासीर की समस्या होने पर व्यक्ति को चलने, बैठने में दिक्कत होती है।
दरअसल बवासीर का चार स्टेज होता है। पहले स्टेज में इसमें लक्षण नहीं दिखाई देता।
बवासीर के दूसरे स्टेज में मल त्याग करते समय मस्से बाहर की ओर आ जाता है और ज्यादा दर्द होने के साथ खून निकलने लगता है।
बवासीर के स्टेज 3 में स्थिति पहले और दूसरे स्टेज के मुकाबले गंभीर हो जाती है। इस स्टेज में मस्से बाहर की ओर तो रहते ही हैं, साथ ही में मरीज को तेज दर्द होने लगता है। इसके अलावा इसमें खून भी बहुत ज्यादा आता है।
बवासीर के स्टेज 4 की बात करें तो इसमें मरीज की स्थिति बहुत गंभीर हो जाती है। इसमें मस्से बाहर की ओर लटक रहे हैं और बहुत ज्यादा दर्द और खून आता है। इसके अलावा इसमें इंफेक्शन का भी खतरा बनता है।
बवासीर का इलाज (Bawasir ka ilaj)
बवासीर की समस्या से छुटकारा पाने के लिए गर्म पानी का इस्तेमाल करना चाहिए। यह बवासीर से छुटकारा पाने के लिए बेहतरीन इलाज है।
बवासीर के मरीज को रोज15 मिनट के लिए गर्म पानी में बैठना फायदेमंद होता है।
बवासीर के मरीज रोज दिन में कई बार गर्म पानी में बैठ सकते हैं, खासकर मल त्याग के बाद ऐसा जरूर करें।
बवासीर का इलाज इसबगोल भूसी भी है। इसके सेवन से बवासीर से छुट्टी मिलती है।
इसबगोल का रोज सेवन करने से बवासीर की समस्या खत्म होने लगती है क्योंकि इसमें फाइबर लेबल ज्यादा होता है जो शरीर में फाइबर लेवल को बढ़ाने में मदद करता है।
इसबगोल मल को नरम करने में मदद करता है। पर ध्यान रखें कि जरूरत से ज्यादा फाइबर का सेवन भी पेट से संबंधी अन्य बीमारियों को बढ़ा सकता है। इसलिए सीमित मात्रा में ही इसबगोल का सेवन करें।
बवासीर से राहत दिलाने में आइस पैक भी मददगार साबित होता है।
आइस पैक भी बवासीर का इलाज है। इसे लगाने से बवासीर में दर्द और सूजन दोनों से ही राहत मिलती है।
बवासीर में आइस पैक दर्द को सुन्न करने और सूजन को अस्थायी रूप से कम करने में लाभदायक साबित होता है।
आइस पैक को इस्तेमाल करने के लिए बर्फ को एक छोटे तौलिये में या किसी कॉटन कपड़े में लपेटकर प्रभावित क्षेत्र पर 15 मिनट तक लगाएं।
बवासीर के इलाज में नारियल तेल का इस्तेमाल भी शामिल है।
नारियल तेल का इस्तेमाल सेहत के लिए काफी अच्छा होने के साथ साथ एक नेचुरल मॉइस्चराइजर भी है, जो बवासीर में राहत देने में मदद करता है।
नारियल तेल का इस्तेमाल कर बवासीर में जलन और सूजन से छुटकारा पाया जा सकता है।
नारियल तेल बवासीर में संक्रमण को फैलने से भी रोकता है। बवासीर में राहत पाने के लिए मरीज 1 चम्मच नारियल तेल को हल्का सा गर्म कर लें। इसे कॉटन बॉल्स की मदद से प्रभावित हिस्से पर लगा सकते हैं।
नारियल तेल के इस्तेमाल से बवासीर में सूजन और दर्द दोनों से ही राहत मिलती है।
हल्दी का इस्तेमाल किसी भी बीमारी में बड़ी राहत देता है। इसलिए बवासीर का इलाज चाहते हैं तो हल्दी का इस्तेमाल करें।
हल्दी का इस्तेमाल बवासीर में जरूर करें। इसके लिए मरीज 1 चम्मच हल्दी में थोड़ा सा नारियल तेल मिक्स कर इसे प्रभावित हिस्से पर लगाएं। यह लेप बवासीर में सूजन को कम करता है।
निष्कर्ष (conclusion):
बवासीर से छुटकारा पाने के लिए डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। इसके लक्षण सामने आने पर छुपाने की जगह डॉक्टर से संपर्क कर इलाज करवाएं।
नोट (Note):
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