धातु रोग (Spermatorrhea) को धात रोग के नाम से जाना जाता है। यह यौन संबंधी समस्या है। धातु रोग की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है। हालांकि, यह समस्या ज्यादातर पुरुषों में देखने को मिलती है। धातु रोग के लक्षण (dhatu rog ke lakshan) दिखने पर डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए।
धातु रोग क्या है (dhatu rog kya hai):
धातु रोग एक आम यौन संबंधी समस्या है। सेक्स की भावना ज्यादा बढ़ने के कारण लिंग से जो वीर्य निकलता है उसे धातु रोग कहा जाता है। यह पानी के रंग का होता है। धातु रोग के लक्षण (dhatu rog ke lakshan) दिखाई देने पर डॉक्टर से सलाह लेकर इसका इलाज कराना चाहिए।
धातु रोग एक आम यौन संबंधी परेशानी है।
जब किसी व्यक्ति के मन में सेक्स की भावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और उसके लिंग से वीर्य निकलता है जिस धात गिरना कहते हैं।
धातु रोग को ही धात रोग कहा जाता है।
लिंग से जो धात निकलता है वह पानी के रंग के जैसा होता है और साथ ही पतली लेस के रूप में होता है।
धातु रोग की समस्या ज्यादातर युवाओं में देखने को मिलता है।
युवाव्यस्था में धातु रोग की समस्या होना आम है। हालांकि इसका कोई उम्र तय नहीं है। धातु रोग की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है।
महिलाओं से ज्यादा धातु रोग की समस्या पुरुषों में अधिक देखी जाती है।
धातु रोग होने के कई कारण हो सकते हैं।
धातु रोग की समस्या होने पर डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए।
धातु रोग का कारण (dhatu rog ka Karan):
धातु रोग होने का मुख्य कारण खराब लाइफस्टाइल का होना है।
अगर आप तनाव और चिंता ज्यादा करते हैं तो यह धातु रोग का कारण बन जाता है।
बहुत ज्यादा मास्टरबेशन करना धातु रोग का कारण है।
अगर आपका खानपान सही नहीं है और आप उचित आहार नहीं लेते तो धातु रोग जैसी समस्या का होना आम बात है।
बहुत ज्यादा शराब और मादक पदार्थों के सेवन से धातु रोग का कारण बन जाता है।
अगर कोई व्यक्ति बहुत ज्यादा पोर्न वीडियो देखता है तो उसे धातु रोग की समस्या हो सकती है।
किसी भी तरह की उत्तेजक वीडियो देखना धातु रोग का कारण बनता है।
तम्बाकू और अवैध दवाओं का सेवन भी धारी रोग का कारण करने से धातु रोग होता है।
धातु रोग के लक्षण (dhatu rog ke symptoms):
धातु रोग के लक्षण (dhatu rog ke lakshan) में कमर के निचले भाग में दर्द होना आम बात है। कमर दर्द की समस्या बनी रहती है।
थकान,अवसाद जैसी समस्या भी धातु रोग के लक्षण (dhatu rog ke lakshan) होते हैं। इसलिए इग्नोर ना करें।
धातु रोग के लक्षण (dhatu rog ke lakshan) सुस्त आंखें, अंडकोष वाले हिस्से में दर्द और पसीना आना भी हो सकता है। ये लक्षण नजर आएं तो डॉक्टर से संपर्क करें।
चक्कर आना, कमजोरी, रात को पसीना आना, गर्म और नम हथेलियां और तलवे भी धातु रोग के लक्षण (dhatu rog ke lakshan) में शुमार हैं। जिनपर ध्यान देना जरूरी है।
बार बार मूड में अचानक बदलाव आना होना और शारीरिक कमजोरी भी धातु रोग के लक्षण (dhatu rog ke lakshan) हैं।
धातु रोग के लक्षण (dhatu rog ke lakshan) घबराहट होना, मानसिक बीमार होना भी हैं।
धातु रोग के लक्षण (dhatu rog ke lakshan) में सांस से सम्बंधित परेशानी, श्वास रोग या खांसी होना भी शुमार है।
पेट रोग से परेशान रहना हो या पेट साफ ना रहना, कब्ज की समस्या बनी रहना भी धातु रोग के लक्षण (dhatu rog ke lakshan) हैं।
निष्कर्ष (conclusion):
धातु रोग के लक्षण सामने आने पर इसे छुपाने की जगह डॉक्टर से संपर्क कर धातु रोग का इलाज करवाना चाहिए।
नोट (Note):
अगर आपको हमारी ये आर्टिकल पसंद आई हो तो आप अपने दोस्तों के साथ भी इसे शेयर करना ना भूले।