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एलोवेरा जैल: सेहत और सौंदर्य का खजाना ।

एलोवेरा जैल  को  प्राचीन काल से एक औषधि के रूप में देखा जाता है  । इसे घृतकुमारी के नाम से भी जाना जाता है । यह एक कैक्टस जैसा दिखने वाला पौधा है, जो प्राकृतिक रूप से उत्पन्न होता है। वैसे तो इसकी कई प्रजातियां है पर मुख्य रूप से बारबाडेंसिस का प्रयोग किया जाता है । इसकी तासीर ठंडी होती है और यह स्वाद में कड़वा होता है। आयुर्वेद में इसकी एक अहम भूमिका है ।जिसे स्वास्थ्य और सौंदर्य  को बेहतर बनाने के उद्देश्य से प्रयोग किया जाता है  । इसके विविध गुणों के कारण यह विश्वभर में लोकप्रिय  है। इस पौधे के पत्ते लंबे  और मोटे होते हैं उन्हें काटने पर एक तरह का चिपचिपा गाढ़ा पदार्थ निकलता है जिसे एलोवेरा जैल कहा जाता है  । इस जेल का प्रयोग सौंदर्य प्रसाधन बनाने में, दवाई बनाने में,खाद्य पदार्थ बनाने में और बहुत सारी चीजों में किया जाता है । इसका प्रयोग सदियों से महिलाएं अपनी खूबसूरती को बढ़ाने में करती आई है ।यह बालों के लिए , त्वचा के लिए बहुत ही लाभदायक है ।इस लेख के द्वारा हम एलोवेरा जैल के लाभ, उपयोग, और सावधानियों  पर विस्तार से बात करेंगे।


 एलोवेरा जेल के लाभ ।

  • त्वचा की देखभाल :-

एलोवेरा जैल का प्रयोग आज की सौंदर्य इंडस्ट्री में बहुत ज्यादा किया जाने लगा है। एलोवेरा जैल में विटामिनस, एंटीऑक्सीडेंटस, और एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रोपर्टीज़ होती हैं जो त्वचा को स्वस्थ ,खूबसूरत और चमकदार बनाए रखने में मदद करती हैं। यह त्वचा को गहराई तक मॉइश्चराइज करता है और उसमें झुर्रियां झाइयां आने से रोकता है। यह मुंहासे और चेहरे के दाग धब्बों को हटाने में भी सहायक होता है ।


  • बालों की देखभाल:-

एलोवेरा जैल त्वचा के साथ-साथ बालों के लिए भी रामबाण इलाज है । इसे बालों में लगाने से बालों की सेहत में सुधार होता है।बालों में डैंड्रफ नहीं होता ,यह बालों को झड़ने से भी रोकता है ।अगर इसमें कुछ और इंग्रेडिएंट्स मिलाकर बालों में लगाया जाए तो यह और भी ज्यादा लाभदायक बन जाता है । इसे बालों में लगाने से बालों को मजबूती मिलती है और बाल चमकदार बनते है। 


  • सनबर्न में मददगार :-

एलो वेरा जैल को सर्दियों और गर्मियों दोनों मौसम में इस्तेमाल में लाया जा सकता है। यह त्वचा में नमी बनाए रखता है । यह त्वचा को ठंडक पहुंचाने का काम करता है ,यदि आपकी त्वचा धूप में जाने से सनबर्न ,टैनिंग या लाल चकत्ते की परेशानी से जूझ रही है तो आप इस पर एलोवेरा जैल लगाकर इसे आसानी से घर पर ही ठीक कर सकते हैं 


  • प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार :-यह छोटा सा पौधा स्वास्थ्यवर्धक गुणो से भरपूर है।इसे स्वास्थ्य के लिए खजाना भी कहा जा सकता है , परंपरागत तरीके से कई आयुर्वेदिक दवाइयां , टॉनिक ,जूस आदि इससे आज भी बनाए जाते हैं । इसके सूक्ष्म पोषक तत्व हमारे शरीर के लिए पावर हाउस का काम करते हैं ।यह शीतल होने के साथ-साथ और भी कई स्वास्थ्यकारी गुना से भरपूर है । इसके पौधे से गाढ़ा तरल जैल निकलता है ।यह हल्के पीले रंग का और चिपचिपा होता है यह स्वास्थ्य की दृष्टि से अदभुत औषधि गुणो वाला होता है । आजकल के इस प्रदूषित माहौल में मौसम बदलते ही हमारी शरीर की कार्य प्रणाली कमजोर पड़ जाती है और अक्सर किसी न किसी बीमारी की चपेट में आ ही जाते हैं ।अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को स्वस्थ बनाए रखने के लिए तुलसी ,आंवला और एलोवेरा जूस का सेवन किया जाए तो काफी समय तक स्वस्थ रहा जा सकता है ।


  • विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है :-

          एलोवेरा जैल में विषैले तत्वों की भरमार होने के  

          कारण, यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को 

          मजबूत करता है और संक्रमण से लड़ने में मदद 

          करता है।  एलोवेरा के जूस में रेचक गुण होते हैं 

          जो पाचन तंत्र से निगले गए विषाक्त पदार्थों को 

          काफी हद तक बाहर निकलने में और साफ     

          करने में मदद करते हैं। यह आंतों  की सफाई  

          भी करने में मदद करता है और शरीर मैं इकट्ठा  

          हुई गंदगी को बाहर निकलने में भी मदद करता      

          है । 


  • पाचन प्रक्रिया को स्वस्थ बनता है :-

इसका सेवन अगर सुबह के समय खाली पेट किया जाए तो यह काफी गुणकारी होता है । यह पेट में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है और पेट में खमीर पैदा करता है जिससे हमारी पाचन तंत्र को सुधारने में मदद मिलती है ।पेट संबंधी बीमारियों को दूर करने में काफी लाभप्रद है ।यह पाचन तंत्र को दुरुस्त करने में हमारी मदद करता है ।पेट में जमी हुई गंदगी और चर्बी को बाहर निकलने में काफी उपयोगी साबित होता है ।


  • विषाणु नाशक गुण:- 

          एलोवेरा जैल में विभिन्न प्रकार के विषाणु नाशक  

          गुण पाए जाते हैं ,जो  कई तरह के संक्रमणों 

          के इलाज में सहायक होते हैं । इसमे  एंटी

          एंइन्फ्लेमेटरी , एंटीबैक्टीरियल आदि प्रॉपर्टीज 

          पाई जाती है जो इसे कई तरह के रोगों में इलाज  

          के लिए लाभदायक बनाता है ।


  • घावों को ठीक करने में मदद करता है :- 

अगर शरीर के भारी हिस्से पर घाव हो , जल गया हो, कट गया हो ,किसी तरह के लाल चकत्ते हो ,दाने ,दाग धब्बे आदि को भी जल्दी ठीक करने में काफी कारगर होता है 


सावधानियाँ । 

एलोवेरा जैल हमारी सेहत और खूबसूरती को बरकरार रखने में काफी लाभदायक होता है । परंतु फिर भी जिस तरह हर चीज में कुछ गुण तो कुछ अवगुण पाए जाते हैं । इसी तरह एलोवेरा को इस्तेमाल करने से पहले कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी है ।


 1.गर्भावस्था के दौरान  -एलोवेरा जैल का प्रयोग वर्जित माना जाता है । एलोवेरा में एक लेटेक्स होता है जिसे एंथ्राक्विनोन (Anthraquinone) कहा जाता है। इसका लेक्टेसिव नेचर इंटेस्टाइन में यूट्रीन कंट्रक्शन और इलेक्ट्रोलाइट इम्बैलेंस का कारण बन सकती है ।अगर इसका सेवन सही तरीके और मात्रा में न किया जाए, तो यह मां और बच्चे दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है । इसके कारण गर्भपात भी हो सकता है । अगर आप एक गर्भवती स्त्री है तो इसे लेने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य ले ।


2. किसी अन्य बीमारी के लिए दवाएं ले रहे हैं  -अगर आप किसी अन्य बीमारी के लिए दवा ले रहे हैं तो एलोवेरा जूस का सेवन अपने डॉक्टर से परामर्श के बाद ही करें ,नहीं तो यह स्वास्थ्य सुधारने की बजाय बिगाड़ भी सकता है, हो सकता है यह अन्य दवा के साथ मिलकर आपको मन चाहा परिणाम न दे और कोई नई समस्या खड़ी हो जाए।


3. संतान करने वाली महिलाएं -गर्भवती स्त्रियों के साथ-साथ स्तनपान करने वाली महिलाओं को भी इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए । क्योंकि कई बार ऐसा देखा गया है कि जो महिलाएं स्तनपान कराती हैं अगर वह इसका सेवन करती है तो उन्हें दस्त ,डायरिया या और भी किसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ सकता है इसी वजह से उनके शिशु को भी  परेशानी हो सकती है।


4. हार्ट पेशेंट और बुजुर्ग लोग- एलोवेरा जूस वैसे तो सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है पर हार्ट पेशेंट और बुजुर्गों को इससे दूर रहने की सलाह दी जाती है । इसे लेने से कभी-कभी दिल की धड़कनें अनियमित हो जाती हैं , मांसपेशियों में सिकुड़न हो जाती है या फिर कमजोरी भी आ सकती है ।अगर आप इसे लेना ही चाहते हैं तो अपने डॉक्टर या किसी वेद की सलाह से ही ले ।


5. छोटे बच्चे-छोटे या कम उम्र के बच्चों के लिए एलोवेरा जूस को उपयोगी नहीं माना जाता । इसीलिए 12 साल से कम उम्र के बच्चों को इसे नहीं देना चाहिए।



एलोवेरा जूस के साइड इफैक्ट्स

  • एलोवेरा जूस को ज्यादा लंबे समय तक नहीं पीना चाहिए इससे किडनी संबंधी रोग हो सकते हैं और कभी-कभी किडनी फेल होने के चांसेस भी हो जाते हैं।

  • इसे अगर तय मात्रा से अधिक डोज में लिया जाए तो यह डिहाइड्रेशन का कारण भी बन सकती है जबकि अगर इसे सही मात्रा में लिए जाए तो यह हमारे शरीर को पोषक तत्व प्रदान करता है और  हाइड्रेट करता है ।

  • इसे लगातार लंबे समय तक पीने से पाचन तंत्र संवेदनशील हो सकता है और लूज मोशंस की शिकायत हो सकती है ।


एलोवेरा जेल के बारे में पूछे जाने वाले सामान्य प्रश्न उत्तर


      प्र1.क्या एलोवेरा जेल के साइड इफेक्ट्स होते हैं?

      उ . जी हां जिस तरह हर चीज में कुछ गुण और  

           कुछ अवगुण होते हैं । इसी तरह एलोवेरा जैल   

           या जूस के साइड इफेक्ट्स भी होते हैं। इसका 

          सेवन अपने डॉक्टर या वैद्य के परामर्श के बाद 

          ही करें ।


     प्र2. एलोवेरा  का प्रयोग हर बीमारी को ठीक करने 

           के लिए किया जा सकता है?

     उ.  नहीं । एलोवेरा का प्रयोग हर बीमारी को ठीक    

          करने में नहीं किया जा सकता ।


     प्र3.एलोवेरा में कौन-कौन से विटामिन पाए जाते हैं?

     उ . विटामिन ए (बीटा-कैरोटीन), सी और ई होते हैं,  

         जो एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। इसमें विटामिन    

         बी12, फोलिक एसिड और कोलीन भी होता है।

  

    प्र4. एलोवेरा को किस किस नाम से जाना जाता है?

    उ .  मुख्य तौर पर इसे एलोवेरा के नाम से ही जाना 

         जाता है ,पर इसे घृतकुमारी ,ग्वारपाठा ,घीकवार 

         के नाम से भी जाना जाता है ।


    प्र5. एलोवेरा के फायदे क्या है ?

    उ . यह त्वचा के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है   

       यह बालों की सेहत को सुधार कर उनका झड़ना 

       रोकना है। और उन्हें चमकदार बनाता है ।इसके 

       सेवन से डायबिटीज में भी आराम मिलता है और 

       यह पेनक्रियाज को ठीक रखने में मदद करता है ।

       यह पाचन क्रिया को सुधारने में मदद करता है 

       वजन घटाने के लिए भी इसका उपयोग किया 

       जाता है । यह एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन से 

       भरपूर होता है।


  प्र6. क्या एलोवेरा जेल का प्रयोग चेहरे पर रोज किया 

        जा सकता है ?

  उ. हां।इसका उपयोग हर रोज किया जा सकता है 

     ।एलोवेरा में विटामिन ए ,बी ,सी और ई होते हैं ।यह  

     हमारे चेहरे की त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता 

     है । अगर उसे रात में लगाकर सोया जाए तो पूरा 

     दिन चेहरे में प्राकृतिक चमक बनी रहती है ।यह 

     हमारी त्वचा को हाइड्रेट करता है इसकी वजह से 

     चेहरा मुलायम नजर आता है इसको लगाने से चेहरे 

    की रंगत बरकरार रहती है और दाग धब्बे भी काम हो  

    जाते हैं ।


 प्र7. क्या एलोवेरा का प्रयोग सनस्क्रीन की जगह पर  

      किया जा सकता है ?

  उ. नहीं।एलोवेरा आपकी त्वचा को हाइड्रेट करने में  

      मदद करता है अगर आपकी त्वचा सनबर्न है तो   

      उसे भी यह ठीक करने में मदद करता है ।पर इसमें 

      ऐसे रासायनिक तत्व नहीं होते कि आप इसे 

      सनस्क्रीन की जगह पर इस्तेमाल कर सके।


प्र8. क्या एलोवेरा को खाने से मृत्यु हो सकती है?

 उ. नहीं ।आमतौर पर एलोवेरा को घरों में खाया या 

     उसका जूस पिया जाता है ।इसके पौधे भी आपको   

     हर घर में मिल जाएंगे ,पर इसकी बहुत सारी  

     प्रजातियां है इसकी कुछ प्रजातियां जहरीली हो 

     सकती है इसीलिए डॉक्टर की सलाह से ही इसका 

     सेवन किया जाए।


निष्कर्ष

एलो वेरा एक बेहद उपयोगी और औषधि गुणो वाला पौधा है। यह बहुत सी बीमारियों को ठीक करने में हमारी मदद करता है ।इसका प्रयोग त्वचा संबंधी ,बाल संबंधी ,पाचन क्रिया संबंधी आदि परेशानियां के लिए किया जा सकता है। यह चेहरे की झाइयां, दाग- धब्बे मिटाने में काफी मददगार होता है ।आमतौर पर इसे हर कोई खा सकता है ,पर छोटे बच्चे ,हार्ट पेशेंट, बूढ़े लोग या किसी और बीमारी से गुजर रहे लोगों को इसे डॉक्टर की सलाह से ही लेना चाहिए


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